raag kedar parichay
raag kedar parichay:- परिचय – राग केदार का जन्म कल्याण ठाट से माना जाता है । इसमें दोनों मध्यम तथा अन्य स्वर शुद्ध लगते है , राग केदार के स्वरों के वादी में “म” और संवादी में ” सा ” का प्रयोग किया जाता है , राग केदार के आरोह में ( रे , ग […]